अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, जो न केवल भारत की प्राचीन विरासत को विश्व पटल पर स्थापित करता है बल्कि मानवता को स्वास्थ्य, संतुलन और मानसिक शांति का उपहार भी देता है। यह दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से घोषित किया गया था और 2015 से विश्वभर में मनाया जाने लगा। योग केवल शरीर को मोड़ने और आसन करने की विधि नहीं है, बल्कि यह एक जीवनशैली है जो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आत्मिक रूप से संतुलित करती है। योग में अनेक प्रकार की विधियाँ हैं – जैसे हठ योग, राज योग, ज्ञान योग, भक्ति योग, कर्म योग, कुंडलिनी योग आदि, जो अलग-अलग स्तरों पर मानव चेतना को जाग्रत करने का कार्य करती हैं। आज के तनावपूर्ण और व्यस्त जीवन में योग न केवल रोगों से लड़ने की शक्ति देता है बल्कि मन को भी स्थिर और प्रसन्न बनाए रखता है। श्वास की गति को नियंत्रित करने वाले प्राणायाम, ध्यान की विधियाँ, और सरल योगासन जैसे ताड़ासन, वज्रासन, भुजंगासन, त्रिकोणासन आदि से शरीर की ऊर्जा पुनः जाग्रत होती ...
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, जो न केवल भारत की प्राचीन विरासत को विश्व पटल पर स्थापित करता है बल्कि मानवता को स्वास्थ्य, संतुलन और मानसिक शांति का उपहार भी देता है। यह दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से घोषित किया गया था और 2015 से विश्वभर में मनाया जाने लगा। योग केवल शरीर को मोड़ने और आसन करने की विधि नहीं है, बल्कि यह एक जीवनशैली है जो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आत्मिक रूप से संतुलित करती है। योग में अनेक प्रकार की विधियाँ हैं – जैसे हठ योग, राज योग, ज्ञान योग, भक्ति योग, कर्म योग, कुंडलिनी योग आदि, जो अलग-अलग स्तरों पर मानव चेतना को जाग्रत करने का कार्य करती हैं। आज के तनावपूर्ण और व्यस्त जीवन में योग न केवल रोगों से लड़ने की शक्ति देता है बल्कि मन को भी स्थिर और प्रसन्न बनाए रखता है। श्वास की गति को नियंत्रित करने वाले प्राणायाम, ध्यान की विधियाँ, और सरल योगासन जैसे ताड़ासन, वज्रासन, भुजंगासन, त्रिकोणासन आदि से शरीर की ऊर्जा पुनः जाग्रत होती ...