एकादशी व्रत क्या होता है? एकादशी व्रत हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत हर महीने में दो बार, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। एकादशी का शाब्दिक अर्थ होता है 'ग्यारहवीं तिथि', जो चंद्र मास के अनुसार आती है। इसे उपवास और भगवान विष्णु की भक्ति का दिन माना जाता है। इस व्रत का महत्व विशेष रूप से वैष्णव संप्रदाय में होता है, क्योंकि यह दिन भगवान विष्णु की पूजा और आराधना का होता है। एकादशी व्रत रखने वाले भक्त उपवास रखते हैं, जो उन्हें शारीरिक और मानसिक शुद्धि प्रदान करता है। इस दिन अन्न और अनाज का सेवन वर्जित होता है, और लोग फलाहार या जल का सेवन कर सकते हैं। मान्यता है कि एकादशी व्रत से व्यक्ति के पापों का नाश होता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह व्रत भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने का सशक्त माध्यम माना जाता है। जो भक्त सच्ची श्रद्धा और विश्वास के साथ यह व्रत करते हैं, उन्हें सुख, शांति, और समृद्धि की प्राप्ति होती एकादशी व्रत: एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान एकादशी व्रत की कथा कौन सी है? एकादशी व्रत की उत्पत्ति को लेकर कई पौराणिक