🗓️ मोहिनी एकादशी 2025: तिथि और समय एकादशी तिथि प्रारंभ: 7 मई 2025 को प्रातः 10:19 बजे एकादशी तिथि समाप्त: 8 मई 2025 को दोपहर 12:29 बजे GaneshaSpeaks+4Drikpanchang+4Business News Today+4 इसलिए, आज 8 मई को मोहिनी एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। 🌅 पारण (व्रत तोड़ने का समय) पारण तिथि: 9 मई 2025 (शुक्रवार) पारण का समय: प्रातः 5:35 बजे से 8:17 बजे तक AstroSage Magazine+3Business News Today+3India Today+3 व्रत का पारण द्वादशी तिथि में सूर्योदय के बाद करना चाहिए। पारण के लिए यह समय शुभ माना गया है। 🙏 व्रत की विशेषताएँ मोहिनी एकादशी भगवान विष्णु के मोहिनी अवतार से संबंधित है। इस दिन व्रत रखने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भक्तजन इस दिन उपवास रखते हैं, भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और धार्मिक ग्रंथों का पाठ करते हैं। यदि आपको व्रत विधि, पूजा सामग्री या अन्य जानकारी चाहिए, तो कृपया बताएं, मैं सहायता करने के लिए तैयार हूँ। यह रहा 8 मई 2025 को मनाई जा रही मोहिनी एकादशी का आध्यात्मिक और पौराणिक आधार (based concept), विशेष रूप से इस दिन के दृष्टिकोण से: मोहिनी एकादशी – ...
🗓️ मोहिनी एकादशी 2025: तिथि और समय
एकादशी तिथि समाप्त: 8 मई 2025 को दोपहर 12:29 बजेGaneshaSpeaks+4Drikpanchang+4Business News Today+4
इसलिए, आज 8 मई को मोहिनी एकादशी का व्रत रखा जा रहा है।
🌅 पारण (व्रत तोड़ने का समय)
पारण तिथि: 9 मई 2025 (शुक्रवार)
पारण का समय: प्रातः 5:35 बजे से 8:17 बजे तकAstroSage Magazine+3Business News Today+3India Today+3
व्रत का पारण द्वादशी तिथि में सूर्योदय के बाद करना चाहिए। पारण के लिए यह समय शुभ माना गया है।
🙏 व्रत की विशेषताएँ
मोहिनी एकादशी भगवान विष्णु के मोहिनी अवतार से संबंधित है। इस दिन व्रत रखने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भक्तजन इस दिन उपवास रखते हैं, भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और धार्मिक ग्रंथों का पाठ करते हैं।
यदि आपको व्रत विधि, पूजा सामग्री या अन्य जानकारी चाहिए, तो कृपया बताएं, मैं सहायता करने के लिए तैयार हूँ।
यह रहा 8 मई 2025 को मनाई जा रही मोहिनी एकादशी का आध्यात्मिक और पौराणिक आधार (based concept), विशेष रूप से इस दिन के दृष्टिकोण से:
मोहिनी एकादशी – 8 मई 2025 का आध्यात्मिक आधार
मोहिनी एकादशी, वैशाख शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आती है। वर्ष 2025 में यह शुभ तिथि 8 मई को पड़ रही है, जो गुरुवार का दिन है — और यह दिन स्वयं भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन व्रत और पूजा का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है क्योंकि दिन, तिथि और नक्षत्र का योग अत्यंत शुभ है।
🌼 क्या है मोहिनी एकादशी?
"मोहिनी" भगवान विष्णु का वह रूप है जो उन्होंने समुद्र मंथन के समय धारण किया था। जब देवता और असुर अमृत के लिए संघर्ष कर रहे थे, तब भगवान विष्णु ने एक सुंदर स्त्री (मोहिनी) का रूप धारण करके असुरों को मोहित किया और अमृत देवताओं को पिला दिया। इसलिए इस दिन को मोहिनी एकादशी कहा जाता है — जो मोह, माया, पाप और अज्ञान से मुक्ति का प्रतीक है।
🧘♀️ 8 मई 2025 को व्रत का विशेष योग
8 मई 2025 को:
गुरुवार का दिन है, जो बृहस्पति ग्रह और धर्म, ज्ञान और विष्णु उपासना से जुड़ा हुआ है।
एकादशी तिथि सूर्योदय के समय विद्यमान है, जिससे यह दिन व्रत के लिए पूरी तरह उपयुक्त है।
यह समय गर्मियों का मध्य है — जब शरीर तपस्या के लिए सक्षम होता है, और मन आध्यात्मिकता की ओर प्रवृत्त होता है।
📿 इस दिन का आध्यात्मिक उद्देश्य
मोह और माया से मुक्ति – इस एकादशी का मूल उद्देश्य व्यक्ति के भीतर के भ्रम, लोभ, और वासनात्मक आकर्षण से छुटकारा दिलाना है।
धर्म की स्थापना – मोहिनी अवतार का उद्देश्य था अधर्म को हराना और धर्म की रक्षा करना।
अमृत प्राप्ति का प्रतीक – यह दिन दर्शाता है कि कैसे विवेक और भगवान की शरण में जाकर हम अमरत्व (आध्यात्मिक अमरता) की ओर बढ़ सकते हैं।
🛕 8 मई को क्या करें?
प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर के श्री विष्णु की पूजा करें।
व्रत का संकल्प लें और पूरे दिन अन्न से दूर रहें।
विष्णु सहस्रनाम, गीता पाठ, और व्रत कथा सुनें।
संध्या के समय दीप जलाकर भगवान विष्णु को तुलसी पत्र, पीले फूल और घी का दीप अर्पित करें।
दूसरे दिन (9 मई को) पारण करें – यानी व्रत तोड़ें।
निष्कर्ष:
8 मई 2025 को मोहिनी एकादशी का व्रत रखने का विशेष फल इसलिए है क्योंकि यह दिन भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने, मोह से मुक्ति पाने और आत्मा को शुद्ध करने का सुनहरा अवसर है। यह तिथि और दिन का संगम आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष प्राप्ति के लिए अत्यंत शुभ है।
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